मनु और मोदी
एक मनु और एक हैं मोदी,
दोनो ने निष्पक्ष ही होके।
संपूर्ण धर्म को एक किया,
फिर भी अपनो ने बदनाम किया।।
एक ने जीवन को दी थी ज्योति,
एक ने ज्योति को प्रकाश दिया हैं।
एक धरा के प्रथम मनुज हैं,
सबके लिए कुछ कानून बनाये।।
एक देश के अन्तिम मनुज तक,
सारी सुख सुविधाए पहुंचाए।
एक ने समाज को वर्णित किया हैं,
एक ने समाज को अलंकृत किया हैं।।
दोनो ही हैं मूल धर्म के,
दोनो ही हैं सम्मान धर्म के।
दोनो ने जन-जन को राह दिखाई,
दोनो ने हर-जन को पहचान दिलाई।।
मनु हमारे प्रथम पुरूष हैं,
मोदी हमारे उत्कर्ष पुरूष हैं।
मनु हमारे आत्म ज्ञान हैं,
मोदी हमारे स्वाभिमान हैं।।
मनु हमारी हैं मनु स्मृति,
मोदी हमारी हैं आत्म शक्ति।
दोनो ही आदर्श हमारे,
दोनो ही सम्मान हमारे।।
ललकार भारद्वाज