Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jul 2022 · 1 min read

मनुस्मृति

आदमियत के ख़ून से!
लिखे गए मज़मून ये!!
औरत ज़ात के ख़िलाफ़
क़बीलाई क़ानून ये!!
जिसने पूरी बेरहमी से
शिकार बनाया शूद्रों को!
उसी वहशी दरिंदे के
दांत और नाख़ून ये!!
Shekhar Chandra Mitra
#मनु #जाति_प्रथा #वर्ण_व्यवस्था #हक़
#दलित #स्त्री #बहुजन #OBCMorcha

Language: Hindi
120 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

चुप
चुप
Ajay Mishra
जो लोग दूसरों से जलते हैं,🔥🔥🔥
जो लोग दूसरों से जलते हैं,🔥🔥🔥
SPK Sachin Lodhi
"खुशी"
Dr. Kishan tandon kranti
हर दिल खूबसूरत है
हर दिल खूबसूरत है
Surinder blackpen
वह हमारा गुरु है
वह हमारा गुरु है
gurudeenverma198
दुआ को असर चाहिए।
दुआ को असर चाहिए।
Taj Mohammad
जीवन में सारा खेल, बस विचारों का है।
जीवन में सारा खेल, बस विचारों का है।
Shubham Pandey (S P)
दरख़्त
दरख़्त
Dr.Archannaa Mishraa
*जन्म-दिवस आते रहें साल दर साल यूँ ही*
*जन्म-दिवस आते रहें साल दर साल यूँ ही*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आज मैं एक नया गीत लिखता हूँ।
आज मैं एक नया गीत लिखता हूँ।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
वो अगर चाहे तो आगे भी निकल जाऊँगा
वो अगर चाहे तो आगे भी निकल जाऊँगा
अंसार एटवी
स्वामी विवेकानंद
स्वामी विवेकानंद
मनोज कर्ण
प्रिय किताब
प्रिय किताब
SATPAL CHAUHAN
सबको खुश रखना उतना आसां नहीं
सबको खुश रखना उतना आसां नहीं
Ajit Kumar "Karn"
कल्पना
कल्पना
Ruchika Rai
ईश्क़
ईश्क़
Ashwini sharma
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Sidhartha Mishra
"कुछ तो गुन गुना रही हो"
Lohit Tamta
मित्र दिवस
मित्र दिवस
चक्षिमा भारद्वाज"खुशी"
कलियुग है
कलियुग है
Sanjay ' शून्य'
- जनता हुई बेईमान -
- जनता हुई बेईमान -
bharat gehlot
सुकून मिलता है तेरे पास होने से,
सुकून मिलता है तेरे पास होने से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पात कब तक झरेंगें
पात कब तक झरेंगें
Shweta Soni
दिया है नसीब
दिया है नसीब
Santosh Shrivastava
टूटकर बिखरना हमें नहीं आता,
टूटकर बिखरना हमें नहीं आता,
Sunil Maheshwari
सावधान मायावी मृग
सावधान मायावी मृग
Manoj Shrivastava
भय
भय
Rambali Mishra
*झूठ-मूठ जो मन में आए, कहना अच्छी बात नहीं (हिंदी गजल)*
*झूठ-मूठ जो मन में आए, कहना अच्छी बात नहीं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
भारतीय रेल (Vijay Kumar Pandey 'pyasa'
भारतीय रेल (Vijay Kumar Pandey 'pyasa'
Vijay kumar Pandey
मुझे वो सब दिखाई देता है ,
मुझे वो सब दिखाई देता है ,
Manoj Mahato
Loading...