मनुष्य होकर भी मनुष्य?
मनुष्य होकर भी मनुष्य नहीं बन पाया है। ईश्वर ने तुझे बहुत बार समझाया है।——-सब कुछ दे दिया है, पर! मांगना ना छोड़ा है।—-हंसी देकर बहु बार पर रोना ना छोड़ा है।—–माया मोह और मन ने तुझे गुलाम बनाया है।भेजा था तुझे आनंद मय होने पर शिकायत लेकर आया है।——————-ईशवर ने तुझे समस्त प्रकृति सौंप दी है,पर संतुष्ट नहीं हो पाया है।————अमूल तन देकर भी, फिर भी काया फरमाया है।—-मनुष्य होकर भी मनुष्य नहीं बन पाया।