मनुज में है असीम सामर्थ्य, समझ लो लगे लोक हित अर्थ !************************
सामर्थ्य / क्षमता
मनुज में है असीम सामर्थ्य,
समझ लो लगे लोक हित अर्थ !************************
लक्ष्य बिन शक्ति रहे निरुपाय
विचरते जीव अधम असहाय,
शक्ति जो निर्वल को हो सहाय
वही सच्ची सामर्थ्य कहाय,
शक्ति ना कभी गंवाएं व्यर्थ
मनुज में है असीम सामर्थ्य,
समझ लो लगे लोक हित अर्थ !**********************
प्रभु ने दिया शक्ति वरदान
रखें प्रतिपल इसका सम्मान
सर्वदा अनुचित है अभिमान,
काल रखता है दण्ड विधान
कहीं ना होवे कोई अनर्थ
मनुज में है असीम सामर्थ्य,
समझ लो लगे लोक हित अर्थ !************************