मनहरण – तेरी मेरी यारी —(घनाक्षरी छंद)
मनहरण छंद- तेरी मेरी यारी——-
तेरी मेरी यारी जैसे, पुलकित फुलवारी।
इस बगिया को हम, और महकाएंगे।।
जीवन महके सारा,मिला हमको जो प्यारा।
कभी न हम किसी को, भूूल के सताएंगे।।
राह चले ऐसी चलें, ना किसी से हम जले।
बन के उजाला हम, रोशनी फैलाएंगे।।
अपना यह जीवन, अनमोल तो है धन।
दुनिया के सभी जन, को हम बताएंगे।।
राजेश व्यास अनुनय