मनमीत
प्रफुल्लित मन मगन होता,यहाॅं मन मीत आते हैं।
जगे मन भावना प्रेमी, तभी हम गीत गाते हैं।
तुम्हारा साथ जो मिलता, गमों से दूर हैं रहते –
कहीं हारी हुई बाजी ,वहीं पर जीत जाते हैं।
प्रफुल्लित मन मगन होता,यहाॅं मन मीत आते हैं।
जगे मन भावना प्रेमी, तभी हम गीत गाते हैं।
तुम्हारा साथ जो मिलता, गमों से दूर हैं रहते –
कहीं हारी हुई बाजी ,वहीं पर जीत जाते हैं।