“मधुरबोल”
“मधुरबोल”
मधुर अछि बोल आहाँ केर आहाँ कते नीक लागैत छी !
रहब हम संग जीवन भरि नहिं हम फूसि बाजैत छी !!
सजल अछि रूप आहाँ कें कनिकबे घोघ लेने छी !
नयन सं बाण चलबैत छी हृदय कें मोहि लेने छी !!
नूपुर कें भाग्य जागल अछि बनल संगीत जीवन मे !
करैत विह्वल सदा हमरा नहिं उपचार अछि मन मे !!
आहिं कें देखि कें हम त सफल जीवन बनौने छी !
कहू त आब कतय जायब जखन आहाँ संग देने छी !!
@ परिमल