मदर्स डे
मदर्स डे
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मम्मास बेबी
जोरू का गुलाम
बहन, भाभी का चमचा
कहलाने के डर से ही
मैं अपने जूठे बर्तन सिंक पर रखना
अपने कपड़े धोना
आटा गूँथना, सब्जी काटना
कभी-कभार खाना बनाना
वाशिंग मशीन से कपड़े धोना
छोटे बच्चों को घूमाना
बाजार से सब्जियाँ खरीदना
बच्चों के होमवर्क में मदद करना
नहीं छोड़ सकता।
दूसरों के कुछ भी कहने या सोचने से
मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता
क्योंकि मुझे भलीभांति पता है
कि क्या करना है और क्या नहीं।
– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़