Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jan 2022 · 1 min read

मदद

दूसरों की मदद करना एक नेक कार्य है, लेकिन यह व्यक्तियों के लिए चयनात्मक होना चाहिए; जो इसके हकदार हैं और जिन्हें इस तरह की मदद की सख्त जरूरत है, अन्यथा अयोग्य लोगों की सामान्य मदद उन्हें सुस्त और दूसरों पर निर्भर बना देती है।

Language: Hindi
151 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
"मौन"
Dr. Kishan tandon kranti
रमेशराज के विरोधरस के दोहे
रमेशराज के विरोधरस के दोहे
कवि रमेशराज
सिंहासन पावन करो, लम्बोदर भगवान ।
सिंहासन पावन करो, लम्बोदर भगवान ।
जगदीश शर्मा सहज
3351.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3351.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
अकिंचित ,असहाय और निरीह को सहानभूति की आवश्यकता होती है पर अ
अकिंचित ,असहाय और निरीह को सहानभूति की आवश्यकता होती है पर अ
DrLakshman Jha Parimal
बुंदेली_मुकरियाँ
बुंदेली_मुकरियाँ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मुझ में ही तो
मुझ में ही तो
हिमांशु Kulshrestha
मेरी एक सहेली है
मेरी एक सहेली है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*
*"आज फिर जरूरत है तेरी"*
Shashi kala vyas
कई बार हमें वही लोग पसंद आते है,
कई बार हमें वही लोग पसंद आते है,
Ravi Betulwala
बच्चा जो पैदा करें, पहले पूछो आय ( कुंडलिया)
बच्चा जो पैदा करें, पहले पूछो आय ( कुंडलिया)
Ravi Prakash
निरीह गौरया
निरीह गौरया
Dr.Pratibha Prakash
कविता
कविता
Dr.Priya Soni Khare
मेरी पहचान!
मेरी पहचान!
कविता झा ‘गीत’
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
प्रकृति
प्रकृति
Sûrëkhâ
असली दर्द का एहसास तब होता है जब अपनी हड्डियों में दर्द होता
असली दर्द का एहसास तब होता है जब अपनी हड्डियों में दर्द होता
प्रेमदास वसु सुरेखा
आम्बेडकर ने पहली बार
आम्बेडकर ने पहली बार
Dr MusafiR BaithA
*मर्यादा*
*मर्यादा*
Harminder Kaur
नसीबों का मुकद्दर पर अब कोई राज़ तो होगा ।
नसीबों का मुकद्दर पर अब कोई राज़ तो होगा ।
Phool gufran
यहां नसीब में रोटी कभी तो दाल नहीं।
यहां नसीब में रोटी कभी तो दाल नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
फोन:-एक श्रृंगार
फोन:-एक श्रृंगार
पूर्वार्थ
रोना भी जरूरी है
रोना भी जरूरी है
Surinder blackpen
औरत
औरत
नूरफातिमा खातून नूरी
एक कुंडलियां छंद-
एक कुंडलियां छंद-
Vijay kumar Pandey
हीर मात्रिक छंद
हीर मात्रिक छंद
Subhash Singhai
छठ पूजा
छठ पूजा
Damini Narayan Singh
✍️ D. K 27 june 2023
✍️ D. K 27 june 2023
The_dk_poetry
■सत्ता के लिए■
■सत्ता के लिए■
*प्रणय प्रभात*
पंचतत्व
पंचतत्व
लक्ष्मी सिंह
Loading...