मत ढूंढो तुम मंदिर मूरत पर्वत में तहखाने में।
मत ढूंढो तुम मंदिर मूरत पर्वत में तहखाने में।
मत ढूंढो तुम जाति वर्ग के सुंदर बने घरानों में।
ईश्वर रुप मिलेगा चहुंदिस कार्य एवं व्यवहार से।
पालनहारा प्रखर मिलेगा गांव खेत खलिहानों में।।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर ‘