मतलब है क्या
तुम्हारा अब मुस्काना क्या।
तुम्हारा अब इठलाना क्या।
प्यार जब रहा ही नहीं फिर।
छुप छुप आँसू बहाना क्या?
गैर के बाहों में जा बैठी जब।
खुद से खुद को तड़पाना क्या?
बेवफा से वफ़ा की चाहत क्या।
परायों से अपनो को राहत क्या।
दिल लगा कर जिसने भूला दिया।
उस बेदर्द को याद करना ही क्या।
चाहत जब रही ही नहीं दिल में।
खत लिखने का मतलब है क्या।
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