Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jun 2024 · 1 min read

मतदान

मतदान करना सोच समझ कर,
मत देना वोट पैसे लेकर।

जो इन्सान बिक गया,
वह अपना स्वाभिमान भी हार गया।
चन पैसों के खतीर खुद से न गदारी करो,
अपना वोट सोच के करो।

अधिकार। है तुम्हारा ये,
इसका तुम सही इस्तेमाल करो

पांच साल की होगी गुलामी,
न खुद की जिंदगियां खिलवाड़ करो

Language: Hindi
4 Likes · 54 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कैसी है ये जिंदगी
कैसी है ये जिंदगी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
3020.*पूर्णिका*
3020.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
स्याह एक रात
स्याह एक रात
हिमांशु Kulshrestha
जीवन आसान नहीं है...
जीवन आसान नहीं है...
Ashish Morya
काव्य का आस्वादन
काव्य का आस्वादन
कवि रमेशराज
ChatGPT
ChatGPT
पूर्वार्थ
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*प्रणय प्रभात*
तेरी आंखों में है जादू , तेरी बातों में इक नशा है।
तेरी आंखों में है जादू , तेरी बातों में इक नशा है।
B S MAURYA
Gestures Of Love
Gestures Of Love
Vedha Singh
हर शेर हर ग़ज़ल पे है ऐसी छाप तेरी - संदीप ठाकुर
हर शेर हर ग़ज़ल पे है ऐसी छाप तेरी - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
"तब तुम क्या करती"
Lohit Tamta
बढ़ना होगा
बढ़ना होगा
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
तब जानोगे
तब जानोगे
विजय कुमार नामदेव
सच तो कुछ नहीं है
सच तो कुछ नहीं है
Neeraj Agarwal
" रोटी "
Dr. Kishan tandon kranti
कुत्ते का श्राद्ध
कुत्ते का श्राद्ध
Satish Srijan
क़िस्मत से जो मिले, वो नियामत है दोस्ती,
क़िस्मत से जो मिले, वो नियामत है दोस्ती,
Neelofar Khan
रोम रोम है पुलकित मन
रोम रोम है पुलकित मन
sudhir kumar
पापा
पापा
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
किया आप Tea लवर हो?
किया आप Tea लवर हो?
Urmil Suman(श्री)
धूल के फूल
धूल के फूल
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
झरोखों से झांकती ज़िंदगी
झरोखों से झांकती ज़िंदगी
Rachana
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
आप सभी को नववर्ष की हार्दिक अनंत शुभकामनाएँ
आप सभी को नववर्ष की हार्दिक अनंत शुभकामनाएँ
डॉ.सीमा अग्रवाल
*शिव विद्यमान तुम कण-कण में, प्रत्येक स्वरूप तुम्हारा है (रा
*शिव विद्यमान तुम कण-कण में, प्रत्येक स्वरूप तुम्हारा है (रा
Ravi Prakash
संघर्ष की आग से ही मेरी उत्पत्ति...
संघर्ष की आग से ही मेरी उत्पत्ति...
Ajit Kumar "Karn"
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
Rj Anand Prajapati
रिश्तों के
रिश्तों के
Dr fauzia Naseem shad
मतदान करो मतदान करो
मतदान करो मतदान करो
इंजी. संजय श्रीवास्तव
*खुद को  खुदा  समझते लोग हैँ*
*खुद को खुदा समझते लोग हैँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...