मतदान दिवस पर
सुनो सब को ही बतलाओ,दिवस मतदान आया है।
बड़े दिन बाद ऐसा चांस हम सबने जो पाया है।
निकलकर घर से जाना है ,हमें मतदान करना है।
समझकर जिम्मेदारी को वतन का ध्यान रखना है।
हमे भी यूँ लगे की फर्ज अपना निभाया है।
बड़े दिन बाद में…….
अगर देंगे नही हम वोट तो क्या फर्क पड़ना है।
नहीं हमको कभी भी सोच ऐसी यार रखना है।
करें अधिकार का उपयोग जो भी हमने पाया है।
जो भी हमने पाया है।
बड़े दिन बाद…..
नहीं कोई भी प्रत्याशी जो पाओ वोट के लायक ।
अगर समझो सभी को पूरे तुम एक नालायक।
दबा देना बटन नोटा,जो नीचे को बनाया है।
जो नीचे को बनाया है।
बड़े दिन बाद………
कलम घिसाई