मतदान और मतदाता
सबसे बड़ा त्यौहार देश का,अब फिर से आने वाला है।
देश का हर राजनीतिक दल,वोटर को फिर से लुभाने वाला है।।
नेताओं द्वारा घर घर जा अपना,चुनाव चिन्ह पहुंचाया जायेगा।
तरह तरह के पलोभन से अब,वोटर को अपना वोट बताया जायेगा।
हर वोटर को अपने वोट की, ताकत को पहचाना होगा।
छोड़ प्रलोभन अपने विवेक से, मशीन का बटन दबाना होगा।।
हर दल का नेता अब फिर से,आपके दर पर देखा जायेगा।
और दिखा प्रलोभन अपने अपने,आपके वोट का सौदा करना चाहेगा।।
वोट से आपके शहर का नेता,राज्य और देश का मंत्री बनता है।
बन कर मंत्री फिर वो अपने शहर का रुख वो पाँच साल में करता है।।
सुनो बात तुम अपने दिल की,और फिर जाकर तुम मतदान करो।
दुख सुख में संग चले तुम्हारे बस ऐसे ही नेता को तुम मिलके चुनो।।
कहे विजय बिजनौरी मताधिकार ही सबसे बड़ा अधिकार है।
सच्चा नेता वही चुन सकता है,अपने देश से जिसको प्यार है।।
विजय कुमार अग्रवाल
विजय बिजनौरी।