मझदार
समंदर की लहर तेज है , मेरी नाव भी मझदार है।
ऐ लहर थोड़ी ठहर, मुझे साहिल की दरकार है।
मुसीबत में मेरी जिंदगी है ,अब तो तेरी बहार है।
मेरे लिए ये नया नहीं ,ये हादसा हुआ कई बार है।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
समंदर की लहर तेज है , मेरी नाव भी मझदार है।
ऐ लहर थोड़ी ठहर, मुझे साहिल की दरकार है।
मुसीबत में मेरी जिंदगी है ,अब तो तेरी बहार है।
मेरे लिए ये नया नहीं ,ये हादसा हुआ कई बार है।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी