Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Aug 2016 · 1 min read

मजबूर बचपन

बचचे सचचे होते मन के
द्वेष भाव न मन में धरते
मिलजुल कर रहते हैं सारे
हँसी खुशी से मिलकर रहते।

खेल खिलौने भाते इनको
रंगीन ग़ुब्बारे लुभाते इनको
आँखों मे हसरत पाने की
न मिले तो रूलाते इनको।

बडी आस से ताक रहे हैं
सपने मन में झाँक रहे है
बेबस बचपन है गुमसुम
आँखों आँखो से भाँप रहे है ।

सपने सा लगता इनहें पाना
चाह करते निकला ज़माना
देख कर ही ये खुश हो लेते
भागय में कहाँ है हाथ लगाना।

क्यूँ बेबस इतना हुआ बचपन
जीता निश दिन मार के मन
आधा पेट ही खाने को मिलता
जी रहा आँखों में लिये अधूरापन।
सूक्षम लता महाजन

Language: Hindi
1 Comment · 509 Views

You may also like these posts

मैं
मैं
Ajay Mishra
चाय और प्रेम
चाय और प्रेम
पूर्वार्थ
राम की मंत्री परिषद
राम की मंत्री परिषद
Shashi Mahajan
यू इतनी जल्दी कोई भी सो नही सकता,
यू इतनी जल्दी कोई भी सो नही सकता,
ललकार भारद्वाज
जल्दी-जल्दी  बीत   जा, ओ  अंधेरी  रात।
जल्दी-जल्दी बीत जा, ओ अंधेरी रात।
गुमनाम 'बाबा'
😊भायला-भायलियों!
😊भायला-भायलियों!
*प्रणय*
जन्म से मरन तक का सफर
जन्म से मरन तक का सफर
Vandna Thakur
ये धुंध नहीं दीवाली की
ये धुंध नहीं दीवाली की
Anil Kumar Mishra
मैं कविता नहीं लिखती
मैं कविता नहीं लिखती
Priya Maithil
जिसके भीतर जो होगा
जिसके भीतर जो होगा
ruby kumari
हम सहिष्णुता के आराधक (गीत)
हम सहिष्णुता के आराधक (गीत)
Ravi Prakash
पाते हैं आशीष जो,
पाते हैं आशीष जो,
sushil sarna
श्री राम का जीवन– संवेदना गीत।
श्री राम का जीवन– संवेदना गीत।
Abhishek Soni
स्वयं को चरित्रवान बनाना अपने हाथ में है और आसान भी है
स्वयं को चरित्रवान बनाना अपने हाथ में है और आसान भी है
Paras Nath Jha
पतोहन के साथे करें ली खेल
पतोहन के साथे करें ली खेल
नूरफातिमा खातून नूरी
मर्यादाएँ टूटतीं, भाषा भी अश्लील।
मर्यादाएँ टूटतीं, भाषा भी अश्लील।
Arvind trivedi
सत्य और अमृत
सत्य और अमृत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Right now I'm quite notorious ,
Right now I'm quite notorious ,
Chaahat
காதல் என்பது
காதல் என்பது
Otteri Selvakumar
पत्ते
पत्ते
Uttirna Dhar
जख्म वह तो भर भी जाएंगे जो बाहर से दिखते हैं
जख्म वह तो भर भी जाएंगे जो बाहर से दिखते हैं
Ashwini sharma
आओ मिलकर सुनाते हैं एक दूसरे को एक दूसरे की कहानी
आओ मिलकर सुनाते हैं एक दूसरे को एक दूसरे की कहानी
Sonam Puneet Dubey
रूह का रिश्ता
रूह का रिश्ता
Seema gupta,Alwar
प्रदूषन
प्रदूषन
Bodhisatva kastooriya
" मौत "
Dr. Kishan tandon kranti
थक गये चौकीदार
थक गये चौकीदार
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
अगर आज मेरे पास भी शोहरत और पैसा होता तो हम भी आज हर किसी की
अगर आज मेरे पास भी शोहरत और पैसा होता तो हम भी आज हर किसी की
Rj Anand Prajapati
काशी विश्वनाथ।
काशी विश्वनाथ।
Dr Archana Gupta
स्मरण रहे
स्मरण रहे
Nitin Kulkarni
. *प्रगीत*
. *प्रगीत*
Dr.Khedu Bharti
Loading...