-:मजबूर पिता:-
बेटा समय पर नहीं आता घर
तो बोल नहीं पाता हुँ! में
क्योंकि मजबूर पिता हुँ! में
बेटा पेट भर नहीं खाता
तो खाना नहीं खा पाता हुँ! में
क्योंकि मजबूर पिता हुँ! में
बेटा पड़ता नहीं है! तो
चिंता में सो नहीं पाता हुँ! में
क्योंकि मजबूर पिता हुँ! में
काम नहीं करता बेटा मेरा
तो अपनो में उठ बैठ नहीं पाता में
क्योंकि मजबूर पिता हुँ! में
ज्यादा कुछ बोलु तो सोचता हुँ! में
जवाब नहीं दे दे बेटा मेरा यह सोचता हुँ! में
क्योंकि मजबूर पिता हुँ! में
जीवन भर मेहनत कर पाला है!
बड़ी मिनतो से पाया हुँ! में
क्योंकि मजबूर पिता हुँ! में
डर लगता है! कहीं खो न दु तुम्हे
बस इसी कारण में बोल नहीं पाता में
##क्योंकि##
**मजबूर और मजबूत पिता हुँ! में**
लेखक:- उमेश बैरवा
इंदौर से