मजबूत
रिश्तो का ना रंग है ना रूप है
ना रिश्तो का कोई मोल है
अगर रिश्ते हो मजबूत तो वह हो जाते अनमोल हैं
एक मजबूत धागे में पिरो के रखना इन रिश्तो को
ना लगे इन रिश्तो को किसी की नजर
इन रिश्तो को रखना तुम संजो के
होता है इन रिश्तो में प्यार एक अटूट बंधन
जो टूटे से भी ना टूटे
बस बनाए रखना इन रिश्तों को इतना मजबूत
एक धागे में लगी जरा सी भी गांठ तो टूट कर बिखर जाएंगे यहरिश्ते
रखना संभाल इन रिश्तो को ना पड़े रिश्तो की डोर में कोई गांठ
बस बनाए रखना अपने प्यार से इस डोर को मजबूत
*** नीतू गुप्ता