#ग़ज़ल-20
मजबूत दिल के इरादे अजी मुस्क़राके रहेंगे
ग़म हो खुशी ज़िंदगी में जुदा गीत गाके रहेंगें/1
वो दूरियाँ आज हमसे रखेगा अगर तो ग़िला क्या
कल देखना हम उसे जीत नज़दीक लाके रहेंगें/2
जागो तभी है सवेरा अँधेरा भुला दीजिएगा
दौड़े लहर-से अगर तट यकीं जान पाके रहेंगें/3
हम मौत से हार माने कभी भूलकर भी न होगा
ये सिर कटेगा मगर हम न इसको झुकाके रहेंगें/4
जाते जहाँ हैं अलग ही निशानी वहाँ छोड़ते हैं
सोचा यही है हमेशा दिलों बीच छाके रहेंगें/5
शोषण सहा तो यहाँ मौत पहले मरे समझिएगा
पाने खुदी का यहाँ हक नज़र को उठाके रहेंगें/6
“प्रीतम”नशा जीत का चैन से बैठने भी न देता
हँसके उठे जो क़दम शौक़ मंज़िल पे जाके रहेंगें/7
#आर.एस.”प्रीतम”
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