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23 Feb 2023 · 1 min read

मजदूर

क’रोड़ों के घर बनाता है वो,
और, रोड़ों पर रहता है वो।
लोगों के सपने सच करता है वो,
खुद के सपने आँखों में रखता है वो।
घर पा कर लोगों को मुस्कुराते देखता है वो,
जीवन भर खुद एक हँसी को तरसता है वो।

Language: Hindi
251 Views
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