मजदूर
🙏 मंच को नमन 🙏
“अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस”
01.05.2022
शीर्षक—- मजदूर
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@(*गर्मी जाड़ा एक है, मैं कर्मठ मजदूर।
उदर भरण मन नेक है, प्रतिभा बरसे नूर।।*)@
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गगन चुंबी महल बनाता हूं मैं ,
मन में सपने खूब सजाता हूं मैं,
लगन तल्लीनता विश्वास मेरा,
मेहनत की ही रोटी खाता हूं मैं।
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बड़े से बड़ा बंगला बनाया मैने,
पहला पत्थर प्रेमसे लगाया मैंने,
गहरी नींव से गहरा मेरा नाता,
जल निज स्वेद भी बहाया मैंने ।
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मजदूर हूं पर स्वाभिमानी हूं मैं,
श्रम की महिमा का सानी हूं मैं,
अनपढ़ होकर दिहाड़ी दार बना,
निर्माण धुरी शुद्ध कहानी हूं मैं।
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तन के फटे कपड़ों में पलता हूं मैं,
धरा बंदन नग्न पांव चलता हूं मैं,
धास फूस का छप्पर आलय मेरा,
निन्द्रा ले सन्तोषी भाव भरता हूं मैं
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🇮🇳
@(*मिट्टी गारा मेल से, ऊँचे भवन बनाय।
रात सड़क फुटपाथ पे,निन्द्रा मीठी पाय।।*)@
🇮🇳💐
शीला सिंह बिलासपुर हिमाचल प्रदेश 🙏