Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jan 2018 · 1 min read

मकर संक्रांति

खिचड़ी तिल का कर रहे, आज सभी जन दान
कमा रहे हैं पुण्य भी, कर गंगा स्नान
और पतंगों से किया , नभ का भी श्रृंगार
मना रहे संक्रांति का,सब यूँ पर्व महान

14-01-2018
डॉ अर्चना गुप्ता

Language: Hindi
571 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Teri gunehgar hu mai ,
Teri gunehgar hu mai ,
Sakshi Tripathi
*राम-राम कहकर ही पूछा, सदा परस्पर हाल (मुक्तक)*
*राम-राम कहकर ही पूछा, सदा परस्पर हाल (मुक्तक)*
Ravi Prakash
पहला अहसास
पहला अहसास
Falendra Sahu
मौहब्बत क्या है? क्या किसी को पाने की चाहत, या फिर पाकर उसे
मौहब्बत क्या है? क्या किसी को पाने की चाहत, या फिर पाकर उसे
पूर्वार्थ
अलविदा कहने से पहले
अलविदा कहने से पहले
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
एक प्यार का नगमा
एक प्यार का नगमा
Basant Bhagawan Roy
करुंगा अब मैं वही, मुझको पसंद जो होगा
करुंगा अब मैं वही, मुझको पसंद जो होगा
gurudeenverma198
महबूबा से
महबूबा से
Shekhar Chandra Mitra
जीवन के पल दो चार
जीवन के पल दो चार
Bodhisatva kastooriya
*संवेदना*
*संवेदना*
Dr Shweta sood
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
SHAMA PARVEEN
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
"विश्व हिन्दी दिवस"
Dr. Kishan tandon kranti
एक फूल खिला आगंन में
एक फूल खिला आगंन में
shabina. Naaz
जो भी आ जाएंगे निशाने में।
जो भी आ जाएंगे निशाने में।
सत्य कुमार प्रेमी
विडम्बना की बात है कि
विडम्बना की बात है कि
*Author प्रणय प्रभात*
अंध विश्वास - मानवता शर्मसार
अंध विश्वास - मानवता शर्मसार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
3108.*पूर्णिका*
3108.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चन्द्रमाँ
चन्द्रमाँ
Sarfaraz Ahmed Aasee
दुश्मन से भी यारी रख। मन में बातें प्यारी रख। दुख न पहुंचे लहजे से। इतनी जिम्मेदारी रख। ।
दुश्मन से भी यारी रख। मन में बातें प्यारी रख। दुख न पहुंचे लहजे से। इतनी जिम्मेदारी रख। ।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझे
युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
भारत की सेना
भारत की सेना
Satish Srijan
हुआ दमन से पार
हुआ दमन से पार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
Kshma Urmila
*कभी  प्यार में  कोई तिजारत ना हो*
*कभी प्यार में कोई तिजारत ना हो*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पहला कदम
पहला कदम
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
कौर दो कौर की भूख थी
कौर दो कौर की भूख थी
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Being an ICSE aspirant
Being an ICSE aspirant
Sukoon
Loading...