मकड़जाल से धर्म के,
मकड़जाल से धर्म के,
निकल न पाए लोग
होते रहे फ़साद के,
सदैव नए प्रयोग
महावीर उत्तरांचली
मकड़जाल से धर्म के,
निकल न पाए लोग
होते रहे फ़साद के,
सदैव नए प्रयोग
महावीर उत्तरांचली