Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Sep 2020 · 1 min read

मंटो

उस रोज़ घर में घुसते ही सब कुछ अस्त व्यस्त मिला सारा सामान इधर उधर बिखरा था।दरवाजे पर मोंदा गिलास था कंघा कुर्सी के नीचे और बिस्तर पर गहरी सलवटे थी मानो अंदर बाहर सब एक-सा हो रहा था।अंतिम बार उसे तीन महीने पहले देखा था लगता था वो सरहद पार से लौट जायेगा पर उसके हाथो की कारीगरी
उसकी हाथों की तहरीर आज भी वैसे ही थी जैसा उस समय!समय बीत जाता है इंसान की फेहरिस्त में वरीयता का क्रम ऊपर से नीचे कब चला जाए कोई भरोसा नहीं मैली खिड़की से बाहर झांकने के लिए उसने बाहर देखा था पर
वहां स्वयं का उदास चेहरा ही मिला।वो पिछली बातों को सोच कर सुबक रहा है कि अब वो लौटेगा या नहीं लेकिन हर एक बात को मन पर ले लेना उसकी आदत ही बन गयी थी।जैसे ही बिछी खाट पर से वो उठा चर्र….. की आवाज गहरे सन्नाटे में गूंज गयी उसकी आंखे नम हैं चेहरा आंसुओं से भर गया है।कल से नया जीवन होगा एक बार फिर पहले सा कुछ अलग तन्हा-सा जो दीवारों से या किताबों से बतियाता था पर जीवन तो यों भी चलता ही है।
मनोज शर्मा

Language: Hindi
3 Likes · 292 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दवा और दुआ में इतना फर्क है कि-
दवा और दुआ में इतना फर्क है कि-
संतोष बरमैया जय
सुरक्षित भविष्य
सुरक्षित भविष्य
Dr. Pradeep Kumar Sharma
इल्तिजा
इल्तिजा
Bodhisatva kastooriya
"यही दुनिया है"
Dr. Kishan tandon kranti
बेसब्री
बेसब्री
PRATIK JANGID
*मतलब सर्वोपरि हुआ, स्वार्थसिद्धि बस काम(कुंडलिया)*
*मतलब सर्वोपरि हुआ, स्वार्थसिद्धि बस काम(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
भ्रम का जाल
भ्रम का जाल
नन्दलाल सुथार "राही"
पीने -पिलाने की आदत तो डालो
पीने -पिलाने की आदत तो डालो
सिद्धार्थ गोरखपुरी
2740. *पूर्णिका*
2740. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चन्द्रयान-3
चन्द्रयान-3
कार्तिक नितिन शर्मा
मां की याद आती है🧑‍💻
मां की याद आती है🧑‍💻
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मुस्कराते हुए गुजरी वो शामे।
मुस्कराते हुए गुजरी वो शामे।
कुमार
पांव में मेंहदी लगी है
पांव में मेंहदी लगी है
Surinder blackpen
स्वभाव
स्वभाव
Sanjay ' शून्य'
अतिथि देवोभवः
अतिथि देवोभवः
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
International Chess Day
International Chess Day
Tushar Jagawat
भूख सोने नहीं देती
भूख सोने नहीं देती
Shweta Soni
सुंदरता हर चीज में होती है बस देखने वाले की नजर अच्छी होनी च
सुंदरता हर चीज में होती है बस देखने वाले की नजर अच्छी होनी च
Neerja Sharma
बदतमीज
बदतमीज
DR ARUN KUMAR SHASTRI
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
Vansh Agarwal
अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस आज......
अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस आज......
*Author प्रणय प्रभात*
बुद्ध मैत्री है, ज्ञान के खोजी है।
बुद्ध मैत्री है, ज्ञान के खोजी है।
Buddha Prakash
नहीं टूटे कभी जो मुश्किलों से
नहीं टूटे कभी जो मुश्किलों से
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अजीब है भारत के लोग,
अजीब है भारत के लोग,
जय लगन कुमार हैप्पी
महावीर की शिक्षाएं, सारी दुनिया को प्रसांगिक हैं
महावीर की शिक्षाएं, सारी दुनिया को प्रसांगिक हैं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हमारी दुआ है , आगामी नववर्ष में आपके लिए ..
हमारी दुआ है , आगामी नववर्ष में आपके लिए ..
Vivek Mishra
* बातें व्यर्थ की *
* बातें व्यर्थ की *
surenderpal vaidya
कभी शांत कभी नटखट
कभी शांत कभी नटखट
Neelam Sharma
मेरी तो धड़कनें भी
मेरी तो धड़कनें भी
हिमांशु Kulshrestha
"उड़ान"
Yogendra Chaturwedi
Loading...