मंजिल मिल ही जाएगी
जो इस पथ पर जा रहा है वो
जानता है, कहां जा रहा है वो
जो मंजिल साफ है उसकी अगर
बिलकुल सही जा रहा है वो ।।
सच्ची लगन हो जिसके मन में
हर किसी के दिल में, उतर जाता है वो
हो बड़ों का आशीर्वाद जिसपर
जीवन में सबकुछ पा जाता है वो।।
ले आशीष अपने मां बाप का,
जो भी चाहता है मिल जायेगा
करोगे गर दिल से जो कोशिश
निश्चित ही मंजिल पा जायेगा।।
बढ़ना है आगे, चढ़ना है ऊपर
हो कोई बाधा राह में अगर
सामना करना है डटकर उसका
कभी भी नहीं हारना है मगर।।
जो है हौसलों के पर पास तेरे
कोई रोक नहीं सकता उड़ान तेरी
दे रफ्तार उसे,अपने संकल्प की ताकत से
मंजिल में ही रुकेगी फिर उड़ान तेरी।।
हर कोशिश सफल हो, जरूरी नहीं
छोड़ेगा कोशिश करना, हार होगी तभी
कोशिश करेंगे बार बार, जीतने तक
ठान लो मन में, हार नहीं मानेंगे कभी।।
जीत भी इंतज़ार करेगी तुम्हारा फिर
तू जब आएगा खुशी मनाएगी फिर
हासिल करोगे जब मंज़िल अपनी
हर निगाह तुम्हारी ओर ही देखेगी फिर।।