मंजिल न मिले
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/e714a9d4558558cf538edce3f4014f6e_632f8ef92b13a84e4dfeb209a17dea6d_600.jpg)
मंजिल न मिले
यह तो जिंदगी की बात है
लेकिन सूरज की तरह
हर दिन उगने की
कोशिश होनी चाहिए।
– मीरा ठाकुर
मंजिल न मिले
यह तो जिंदगी की बात है
लेकिन सूरज की तरह
हर दिन उगने की
कोशिश होनी चाहिए।
– मीरा ठाकुर