मंजिल तक कदम
दिनांक 18/4/19
है कदम
ताकत इन्सान की
मजबूत कदम
पहुंचाते है
मंजिल तक
दृढ़ रखो
अपने ईरादे
विश्वास रखो
पैरों पर
तभी पहुचेंगे
कदम मंजिल तक
लडखड़ा गये
कदम जिनके
वह डगमगा गये
राह में
हारो नहीं हार से
मजबूत कदमों से
पहुँचो मंजिल तक
है नहीं
मुश्किल कुछ भी
दुनियाँ में
बस कदमों को दो
गति और
पहुँचो मंजिल तक
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल