मंगरु और शराब
मंगरु और शराब
पिता की अचानक मौत पर
बच्चे बहुत रो रहे थे
वहीं पड़ोस के मंगरु दो पैग लगाकर
गहरी नींद में सो रहे थे
महीने में जो मिलती थी पगार
दारू में उड़ाते थे हजारों हजार
दारू पीकर रोज आते थे घर
कहां किसी से था ,उनको कोई डर
औकात के तराजू पर सबको तौलते थे
पीने के बाद तो अंग्रेजी ही बोलते थे
एक दिन तबीयत की बिगड़ गई हाल
तब बच्चों ने पहुँचाया ,उनको अस्पताल
डॉक्टर ने हाथ में एक पर्चा धरवाया
और जांच में अल्ट्रासाउंड करवाया
जांच से पता चला की लीवर
पूरी तरह से खराब है
मगरू को भी पता चला कि
रोगों को जन्म देने वाली शराब है ।।
नेतलाल यादव
उत्क्रमित +2 उच्च विद्यालय शहरपुरा, जमुआ, गिरिडीह(झारखंड)