Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Feb 2023 · 2 min read

भ्रूण हत्या

भ्रूण हत्या
***********
आधुनिकता का आवरण ओढ़
विज्ञान के बढ़ते कदमों की ओट ले
कुतर्को की ढाल लेकर
मर चुकी मानवता और इंसानियत के लंबरदारों,
अधिक सोच विचार न करो
मुझे मां के गर्भ में ही मार दो।
मुझे पर तुम्हारी दुनिया में होने वाले
संभावित दुर्व्यवहार से बचा लो
मैं भी तो यही चाहती हूं
आपको विवशता,तनाव से बचाना चाहती हूं
पालन, पोषण, शिक्षा शादी के लफड़े से
आप सबको मुक्त रखना चाहती हूं
डर डर कर जीने से मैं खुद भी बचना चाहती हूं
छेड़छाड़, हिंसा, दुर्व्यवहार और बलात्कार का
दंश नहीं झेलना चाहती हूं
आपकी पीड़ा, दर्द, दुर्भाग्य का
कारण नहीं बनना है मुझे
जबरन आपकी बेटी,बहन कहलाने का
तनिक भी शौक न मुझे
आपको खुशहाल देखना चाहती हूं
मां को लड़की पैदा करने के कोप से
बचाना भी चाहती हूं,
मां भी पहले एक लड़की ही तो है
जबसे गर्भ में आई हूं
उसको पढ़ ही तो रही हूं
आप सबकी आंखों में तैर रहे सपने को भी
रोज रोज आत्मसात कर रही हूं।
अभी तो मैं मां के गर्भ में हूं
विरोध भी नहीं कर सकती
पर आपको यह अधिकार देती हूं
मां के गर्भ में ही मुझे मार दो
उहापोह में मत फंसिए
भ्रूण हत्या का सेहरा गर्व से बांध लीजिए
और बहुत खुश रहिए,
खुलकर मुस्कुराइए और मस्ती कीजिए
कन्या के बोझ से सिर्फ आप ही क्यों
अपने समाज को भी बचाकर रखिए।
भ्रूण हत्या के पाप से बचने के लिए
कन्या विहीन समाज का कानून
संसद से पास करवा लीजिए।

सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा उत्तर प्रदेश
८११५२८५९२१
© मौलिक स्वरचित

Language: Hindi
1 Like · 44 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
23/204. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/204. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पुष्प
पुष्प
इंजी. संजय श्रीवास्तव
मेरे सब्र की इंतहां न ले !
मेरे सब्र की इंतहां न ले !
ओसमणी साहू 'ओश'
जो संघर्ष की राह पर चलते हैं, वही लोग इतिहास रचते हैं।।
जो संघर्ष की राह पर चलते हैं, वही लोग इतिहास रचते हैं।।
Lokesh Sharma
यूं तो लाखों बहाने हैं तुझसे दूर जाने के,
यूं तो लाखों बहाने हैं तुझसे दूर जाने के,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Time
Time
Aisha Mohan
दोहा पंचक. . . . .
दोहा पंचक. . . . .
sushil sarna
बहुत खूबसूरत सुबह हो गई है।
बहुत खूबसूरत सुबह हो गई है।
surenderpal vaidya
****शिव शंकर****
****शिव शंकर****
Kavita Chouhan
सारी उमर तराशा,पाला,पोसा जिसको..
सारी उमर तराशा,पाला,पोसा जिसको..
Shweta Soni
मेरे दिल ओ जां में समाते जाते
मेरे दिल ओ जां में समाते जाते
Monika Arora
धूल के फूल
धूल के फूल
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*शादी (पाँच दोहे)*
*शादी (पाँच दोहे)*
Ravi Prakash
मंजिल की अब दूरी नही
मंजिल की अब दूरी नही
देवराज यादव
*शिव शक्ति*
*शिव शक्ति*
Shashi kala vyas
धरती ने जलवाष्पों को आसमान तक संदेश भिजवाया
धरती ने जलवाष्पों को आसमान तक संदेश भिजवाया
ruby kumari
बादल और बरसात
बादल और बरसात
Neeraj Agarwal
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
"लाजिमी"
Dr. Kishan tandon kranti
पृष्ठों पर बांँध से बांँधी गई नारी सरिता
पृष्ठों पर बांँध से बांँधी गई नारी सरिता
Neelam Sharma
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
किसी के साथ दोस्ती करना और दोस्ती को निभाना, किसी से मुस्कुर
किसी के साथ दोस्ती करना और दोस्ती को निभाना, किसी से मुस्कुर
Anand Kumar
आजमाइश
आजमाइश
Suraj Mehra
कबीरपंथ से कबीर ही गायब / मुसाफ़िर बैठा
कबीरपंथ से कबीर ही गायब / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
वक्त बर्बाद करने वाले को एक दिन वक्त बर्बाद करके छोड़ता है।
वक्त बर्बाद करने वाले को एक दिन वक्त बर्बाद करके छोड़ता है।
Paras Nath Jha
जश्न आजादी का ....!!!
जश्न आजादी का ....!!!
Kanchan Khanna
हम बच्चों की आई होली
हम बच्चों की आई होली
लक्ष्मी सिंह
प्रेम एक निर्मल,
प्रेम एक निर्मल,
हिमांशु Kulshrestha
* सखी  जरा बात  सुन  लो *
* सखी जरा बात सुन लो *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जी लगाकर ही सदा
जी लगाकर ही सदा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...