Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Sep 2024 · 1 min read

भ्रम रिश्तों को बिखेरता है

भ्रम रिश्तों को बिखेरता है
और प्रेम से अजनबी भी बंध जाते है।
समर्पण से प्रेम प्राप्त होता है,
अतः “समर्पण” की कद्र करें।

1 Like · 90 Views

You may also like these posts

आगे हमेशा बढ़ें हम
आगे हमेशा बढ़ें हम
surenderpal vaidya
बोझ लफ़्ज़ों के दिल पे होते हैं
बोझ लफ़्ज़ों के दिल पे होते हैं
Dr fauzia Naseem shad
मैं अलहड सा
मैं अलहड सा
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
“बोझिल मन ”
“बोझिल मन ”
DrLakshman Jha Parimal
आदमी कुछ अलग से हैं
आदमी कुछ अलग से हैं
Mahesh Tiwari 'Ayan'
तुम हो कौन ? समझ इसे
तुम हो कौन ? समझ इसे
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सब व्यस्त हैं जानवर और जातिवाद बचाने में
सब व्यस्त हैं जानवर और जातिवाद बचाने में
अर्चना मुकेश मेहता
हमारे अंदर बहुत संभावना मौजूद है हमें इसे खोने के बजाय हमें
हमारे अंदर बहुत संभावना मौजूद है हमें इसे खोने के बजाय हमें
Ravikesh Jha
राम के नाम की ताकत
राम के नाम की ताकत
Meera Thakur
मैं बंजारा बन जाऊं
मैं बंजारा बन जाऊं
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
बसंत हो
बसंत हो
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
यशस्वी भव
यशस्वी भव
मनोज कर्ण
एक दुआ दिल से
एक दुआ दिल से
MEENU SHARMA
मुक्तक
मुक्तक
महेश चन्द्र त्रिपाठी
अनंतनाग में परचम फहरा गए
अनंतनाग में परचम फहरा गए
Harminder Kaur
23/208. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/208. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
F
F
*प्रणय*
#अभी रात शेष है
#अभी रात शेष है
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
हर दफ़ा जब बात रिश्तों की आती है तो इतना समझ आ जाता है की ये
हर दफ़ा जब बात रिश्तों की आती है तो इतना समझ आ जाता है की ये
पूर्वार्थ
बेटियों का जीवन_एक समर– गीत
बेटियों का जीवन_एक समर– गीत
Abhishek Soni
जो व्यक्ति कभी किसी से कोई उम्मीद नहीं रखता,
जो व्यक्ति कभी किसी से कोई उम्मीद नहीं रखता,
Ranjeet kumar patre
आज यूँ ही कुछ सादगी लिख रही हूँ,
आज यूँ ही कुछ सादगी लिख रही हूँ,
Swara Kumari arya
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
डॉ. दीपक बवेजा
चल पड़ी है नफ़रत की बयार देखो
चल पड़ी है नफ़रत की बयार देखो
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
कोई भी व्यक्ति अपने आप में परिपूर्ण नहीं है,
कोई भी व्यक्ति अपने आप में परिपूर्ण नहीं है,
Ajit Kumar "Karn"
Love's Burden
Love's Burden
Vedha Singh
विश्ववन्दनीय- गुरु घासीदास
विश्ववन्दनीय- गुरु घासीदास
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम
प्रेम
राकेश पाठक कठारा
फूल सूखी डाल पर  खिलते  नहीं  कचनार  के
फूल सूखी डाल पर खिलते नहीं कचनार के
Anil Mishra Prahari
भारत
भारत
sheema anmol
Loading...