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17 Sep 2024 · 1 min read

भ्रम रिश्तों को बिखेरता है

भ्रम रिश्तों को बिखेरता है
और प्रेम से अजनबी भी बंध जाते है।
समर्पण से प्रेम प्राप्त होता है,
अतः “समर्पण” की कद्र करें।

1 Like · 16 Views
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