भ्रमण का मजा किरकिरा कर दिया ..
सरकार की बे इंतजामी ने ,
इस बढ़ती हिंसक वारदातों ने ,
भ्रमण का मजा किरकिरा कर दिया ।
अब बस सदा घर पर ही बैठे रहो ,
पुस्तकें पढ़ो ,और टीवी देखते रहो ,
खुली हवा में जाकर सांस लेना दुभर कर दिया।
कभी जमाना था लांग ड्राइव पर जाते थे ,
घूम फिर कर, मस्ती कर ,खा पीकर आते थे ,
अब चाहे उमस हो रसोई में ही झोंक दिया ।
बाहर जाने से अब डर लगने लगा है ,
अब हर दर्शनीय स्थल पर शक होने लगा है ,
मालूम नहीं यदि गए तो वापस आयेंगे या नहीं ,
ऐसा गहरा भय मन में बिठा दिया ।
कहीं आतंक वाद ने पांव पसारे ,
कहीं नकलसियों ने डेरे जमाए ,
उस पर सरकार की सुरक्षा व्यवस्था की कमी ने ,
मन मैला कर दिया ।
यदि हालात रहे तो बेहतर है घर पर रहे ,
किसी हादसे / हिंसक वारदातों में जान गंवाने ,
से अच्छा है घर पर ही अपनी मौत मरें।
दिल पर पत्थर रखकर अब यही फैसला कर लिया ।