भोले नाथ शब्द पिरामिड
शब्द पिरामिड में कविता
हे
शिव
शंकर
भोले नाथ
भस्म रमैया
बम बम बोले
छत्तीस भोग नहीं
वो
खुश
होते है
बेलपत्र
भांग ,धतूरे
गोरी वरनाथ
हे गंगा ,चन्द्रधारी,
ये
भूतों ,
बैल की
ले सवारी
गले मे सर्प
पहन रुद्राक्ष
मनोकामना कारी।
✍प्रवीण शर्मा ताल