भैया -भाभी
भैया – भाभी लगते ऐसे
श्वेत हँसों का जो जोड़ा जैसे
एक दुआ अर्ज है खुदा से
सदा सिंगार बने एक दूजे के
मुस्कां आपकी भाभी में सजती
हास की धार हृदय से गिरती
खता गर कोई हमसे जो होती
भाभी नजरअंदाज तुमसे करती
भैया – भाभी लगते ऐसे
श्वेत हँसों का जो जोड़ा जैसे
एक दुआ अर्ज है खुदा से
सदा सिंगार बने एक दूजे के
मुस्कां आपकी भाभी में सजती
हास की धार हृदय से गिरती
खता गर कोई हमसे जो होती
भाभी नजरअंदाज तुमसे करती