*भैया घोड़ा बहन सवार (बाल कविता)*
भैया घोड़ा बहन सवार (बाल कविता)
________________________
भैया घोड़ा बहन सवार
तिक-तिक तिक-तिक चलती कार
चढ़ी पीठ पर जा बैठी
बहन दिखाती अपना प्यार
चलता भाई घोड़ा बन
बचपन का अद्भुत संसार
गिर-गिर कर फिर-फिर चढ़ती
बहन पीठ पर सौ-सौ बार
खेल-खिलौना बढ़िया है
घोड़ा भैया बहना भार
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451