Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jun 2023 · 1 min read

भूल जा इस ज़माने को

आगे बढ़ो तुम,भूल कर इस ज़माने को ।
चलते चलो तुम, मंजिल नयी पाने को।

माना बहुत सी रंजिशें हैं इस ज़माने से
भूल जाओ, सोचो किस्मत आजमाने को।

दोनों तरफ दांत है , ज़माने की आरी के
मुश्किल है बचना, ये तैयार काट खाने को।

बन जाओ बहरे, ग़र बढ़ना है तुम्हे आगे
कोई नहीं रुकता यहां,साथ निभाने को।

ग़म ही ग़म सिर्फ दिये है इस ज़माने ने
देख नये फूल खिले हैं,तेरी राह सजाने को।

सुरिंदर कौर

121 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all
You may also like:
चाय और सिगरेट
चाय और सिगरेट
आकाश महेशपुरी
है कश्मकश - इधर भी - उधर भी
है कश्मकश - इधर भी - उधर भी
Atul "Krishn"
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
चाहत
चाहत
Sûrëkhâ Rãthí
उसको ख़ुद से ही ये गिला होगा ।
उसको ख़ुद से ही ये गिला होगा ।
Neelam Sharma
दिल से दिल को जोड़, प्रीति रंग गाती होली
दिल से दिल को जोड़, प्रीति रंग गाती होली
Pt. Brajesh Kumar Nayak
ऋतु सुषमा बसंत
ऋतु सुषमा बसंत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आज देव दीपावली...
आज देव दीपावली...
डॉ.सीमा अग्रवाल
नजरे मिली धड़कता दिल
नजरे मिली धड़कता दिल
Khaimsingh Saini
मुक्तक
मुक्तक
जगदीश शर्मा सहज
राम
राम
umesh mehra
हमारी आखिरी उम्मीद हम खुद है,
हमारी आखिरी उम्मीद हम खुद है,
शेखर सिंह
भूल भूल हुए बैचैन
भूल भूल हुए बैचैन
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आजा मेरे दिल तू , मत जा मुझको छोड़कर
आजा मेरे दिल तू , मत जा मुझको छोड़कर
gurudeenverma198
बहुत मुश्किल होता हैं, प्रिमिकासे हम एक दोस्त बनकर राहते हैं
बहुत मुश्किल होता हैं, प्रिमिकासे हम एक दोस्त बनकर राहते हैं
Sampada
राजनीति
राजनीति
Dr. Pradeep Kumar Sharma
23/55.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/55.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
20-चेहरा हर सच बता नहीं देता
20-चेहरा हर सच बता नहीं देता
Ajay Kumar Vimal
डाकू आ सांसद फूलन देवी।
डाकू आ सांसद फूलन देवी।
Acharya Rama Nand Mandal
*श्री शक्तिपीठ दुर्गा माता मंदिर, सिविल लाइंस, रामपुर*
*श्री शक्तिपीठ दुर्गा माता मंदिर, सिविल लाइंस, रामपुर*
Ravi Prakash
बॉलीवुड का क्रैज़ी कमबैक रहा है यह साल - आलेख
बॉलीवुड का क्रैज़ी कमबैक रहा है यह साल - आलेख
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
“ धार्मिक असहिष्णुता ”
“ धार्मिक असहिष्णुता ”
DrLakshman Jha Parimal
कि दे दो हमें मोदी जी
कि दे दो हमें मोदी जी
Jatashankar Prajapati
उतार देती हैं
उतार देती हैं
Dr fauzia Naseem shad
भ्रमन टोली ।
भ्रमन टोली ।
Nishant prakhar
"सरकस"
Dr. Kishan tandon kranti
मन खामोश है
मन खामोश है
Surinder blackpen
अज्ञानी की कलम
अज्ञानी की कलम
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बाबा फरीद ! तेरे शहर में हम जबसे आए,
बाबा फरीद ! तेरे शहर में हम जबसे आए,
ओनिका सेतिया 'अनु '
फ़ैसले का वक़्त
फ़ैसले का वक़्त
Shekhar Chandra Mitra
Loading...