भूल जाना नहीं
गीतिका ~
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जो किए वायदे भूल जाना नहीं।
याद रखना कभी अब सताना नहीं।
दूर जाना नहीं पास जब आ गए,
फासले और ज्यादा बढ़ाना नहीं।
चाहतें जिन्दगी की सँवरती रहें,
वक्त है कीमती अब गँवाना नहीं।
झूठ की आयु लम्बी न होती कभी,
सत्य की राह से पग हटाना नहीं।
है बहुत प्यार जब हर जगह मिल रहा।
अब शिकायत न कोई बहाना नहीं।
प्यास बुझती नहीं क्यों बताएँ भला,
राज है राज पर्दा हटाना नहीं।
जो नहीं भा रहा साथ तुमको अगर,
हर कदम चाहिए था मिलाना नहीं।
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-सुरेन्द्रपाल वैद्य, ०१/०६/२०१८