भूले बुद्ध की बात
भूले बुद्ध की बात
जग भूल के बुद्ध की बात को
झेल रहा आतंकी घात को
लहूलुहान हो गया संसार
हर तरफ है हा हा कार
अमन चैन को विसार दिया
बुद्ध का संदेश नकार दिया
धमाकों से दिल दहल रहा है
सम्यक जीवन बचा कहां है
तथागत है एकमात्र इलाज
जाने कब समझेगा समाज
सिल्ला’ समझ अमन संदेश
वरना कुछ न बचेगा शेष
-विनोद सिल्ला