भूख
भूख ने उम्र के मतलब बदल दिए
जो कदम स्कूल के तरफ जानी चाहिए
वो रोटी के लिए चल दिए
पढ़ना तो मैं भी चाहता था
पर परिवार के भूख ने रास्ते बदल दिए
सुशील चौहान
फारबिसगंज अररिया बिहार
भूख ने उम्र के मतलब बदल दिए
जो कदम स्कूल के तरफ जानी चाहिए
वो रोटी के लिए चल दिए
पढ़ना तो मैं भी चाहता था
पर परिवार के भूख ने रास्ते बदल दिए
सुशील चौहान
फारबिसगंज अररिया बिहार