भूख-क्षणिका
चाँदनी रात में
खुले नभ तले
भूख के बिछौने पर
जागती आँखों से सोना
आँतों का रोना
चाँद कोई
रोटी नहीं
-©नवल किशोर सिंह
चाँदनी रात में
खुले नभ तले
भूख के बिछौने पर
जागती आँखों से सोना
आँतों का रोना
चाँद कोई
रोटी नहीं
-©नवल किशोर सिंह