*भूकंप का मज़हब* ( 20 of 25 )
भूकंप का मज़हब
समेंट लिया सभी को ,
अपने आगोश में
भूकंप का शायद ,
कोई मज़हब नहीं था …
मस्जिद भी गिर गयी ,
मंदिर भी डह गया
मलवा उठाने वाले का,
इंसानियत धर्म था…
मुस्लिम भी जल गया ,
हिन्दू की चिता मे
जो दफन हुआ वो ,
मुस्लिम तो नहीं था …
सदियों के थे दुश्मन,
दो धर्म के पड़ोसी
लाशें पड़ी थी संग ,
हाथों मे हाथ भी था …
– क्षमा उर्मिला