Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2020 · 1 min read

भीड़ में हत्या

सम्पूर्ण देश में दो अक्टूबर से पूर्णरूपेण खुले में शौचमुक्त होने की सरकारी घोषणा हुई, उसी दिन बिहार में बाढ़ के कारण खुले में शौच कर रहे कुछ लोगों की पिटाई हुई, इनमें दो मरे. शहरी झंडेबरदारों का आक्रोश नदारद है यानी गाँव के लोग मरे हैं, इसलिए इसे बाढ़ से मरनेवालों की सूची में जोड़ दिया गया. अफ़सोस यह है, प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की बात छोड़िए, सोशल मीडिया में इस मोब्लिंचिंग को कोई नहीं उठाए. अगर ये मृतक दिल्ली, मुम्बई या धनाढ्यों के यहाँ के होते तो अबतक मोमबत्तियों के जुलूस निकल पड़ते !

Language: Hindi
481 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वृक्ष की संवेदना
वृक्ष की संवेदना
Dr. Vaishali Verma
🙏 *गुरु चरणों की धूल* 🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल* 🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
थोड़ा Success हो जाने दो यारों...!!
थोड़ा Success हो जाने दो यारों...!!
Ravi Betulwala
एक  दोस्त  ही  होते हैं
एक दोस्त ही होते हैं
Sonam Puneet Dubey
#प्रेम_वियोग_एकस्वप्न
#प्रेम_वियोग_एकस्वप्न
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
हो अंधेरा गहरा
हो अंधेरा गहरा
हिमांशु Kulshrestha
ताटंक कुकुभ लावणी छंद और विधाएँ
ताटंक कुकुभ लावणी छंद और विधाएँ
Subhash Singhai
विश्वास
विश्वास
Bodhisatva kastooriya
घनाक्षरी
घनाक्षरी
surenderpal vaidya
जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा
जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा
Ram Krishan Rastogi
मुक्तक...छंद पद्मावती
मुक्तक...छंद पद्मावती
डॉ.सीमा अग्रवाल
कॉलेज वाला प्यार
कॉलेज वाला प्यार
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
ध्यान एकत्र
ध्यान एकत्र
शेखर सिंह
अमीरों का देश
अमीरों का देश
Ram Babu Mandal
जीवन को आसानी से जीना है तो
जीवन को आसानी से जीना है तो
Rekha khichi
"झाड़ू"
Dr. Kishan tandon kranti
विपरीत परिस्थितियों में भी तुरंत फैसला लेने की क्षमता ही सफल
विपरीत परिस्थितियों में भी तुरंत फैसला लेने की क्षमता ही सफल
Paras Nath Jha
|| सेक्युलर ||
|| सेक्युलर ||
जय लगन कुमार हैप्पी
जिन्दगी का मामला।
जिन्दगी का मामला।
Taj Mohammad
*देश का हिंदी दिवस, सबसे बड़ा त्यौहार है (गीत)*
*देश का हिंदी दिवस, सबसे बड़ा त्यौहार है (गीत)*
Ravi Prakash
जंग लगी थी सदियों से शमशीर बदल दी हमने।
जंग लगी थी सदियों से शमशीर बदल दी हमने।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
3156.*पूर्णिका*
3156.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सबकी सलाह है यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सबकी सलाह है यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सत्य कुमार प्रेमी
हमारे पास हार मानने के सभी कारण थे, लेकिन फिर भी हमने एक-दूस
हमारे पास हार मानने के सभी कारण थे, लेकिन फिर भी हमने एक-दूस
पूर्वार्थ
कशमें मेरे नाम की।
कशमें मेरे नाम की।
Diwakar Mahto
🙅आज का ज्ञान🙅
🙅आज का ज्ञान🙅
*प्रणय*
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
प्रदर्शन
प्रदर्शन
Sanjay ' शून्य'
मन की मनमानी से हारे,हम सब जग में बेचारे।
मन की मनमानी से हारे,हम सब जग में बेचारे।
Rituraj shivem verma
आँख मिचौली जिंदगी,
आँख मिचौली जिंदगी,
sushil sarna
Loading...