Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jan 2024 · 1 min read

*भीड बहुत है लोग नहीं दिखते* ( 11 of 25 )

भीड बहुत है लोग नहीं दिखते

शहर में भीड बहुत है लोग नहीं दिखते ,
बात शुक्र गुजारी की हो कुछ नहीं लिखते…
कदम बढ़ाते हैं सिर्फ अपनी मंजिल को ,
किसी सीढ़ी पर दुआ का फूल नहीं रखते …
सोये रहते हैं तूफान क्यूँ ना आ जाये ,
जब खुद भूख नहीं लगती ,वो नहीं जगते …
अभी मुद्दा हो धर्म का या नफरत का ,
लड़ मरेंगे ,जादू की कोई झप्पी नहीं रखते …
बात खुद की हो तो मुस्कुराते हैं ये लोग ,
किसी और की ख़ुशी में , कम ही हैं हसते…
कोई मरे या जिए बस मिल जायें उन्हें रसते ,
ये लोग किसी दिल में कभी नहीं बसते …
क्षमा ऊर्मिला

2 Likes · 145 Views
Books from Kshma Urmila
View all

You may also like these posts

..
..
*प्रणय*
प्रकृति के अपराधी
प्रकृति के अपराधी
Mandar Gangal
यूं बहाने ना बनाया करो वक्त बेवक्त मिलने में,
यूं बहाने ना बनाया करो वक्त बेवक्त मिलने में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तन्हाई से सीखा मैंने
तन्हाई से सीखा मैंने
Mohan Pandey
4698.*पूर्णिका*
4698.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैं कहना भी चाहूं उनसे तो कह नहीं सकता
मैं कहना भी चाहूं उनसे तो कह नहीं सकता
Mr.Aksharjeet
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
हे राम!धरा पर आ जाओ
हे राम!धरा पर आ जाओ
Mukta Rashmi
दर्द अपना, गिला नहीं कोई।
दर्द अपना, गिला नहीं कोई।
सत्य कुमार प्रेमी
अब जख्म बोलता है,मैं नहीं।
अब जख्म बोलता है,मैं नहीं।
लक्ष्मी सिंह
मैं एक आम आदमी हूं
मैं एक आम आदमी हूं
हिमांशु Kulshrestha
तिरस्कार में पुरस्कार
तिरस्कार में पुरस्कार
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सच है, कठिनाइयां जब भी आती है,
सच है, कठिनाइयां जब भी आती है,
पूर्वार्थ
भारतवर्ष महान
भारतवर्ष महान
surenderpal vaidya
*
*"रक्षाबन्धन"* *"काँच की चूड़ियाँ"*
Radhakishan R. Mundhra
सड़क सुरक्षा दोहे
सड़क सुरक्षा दोहे
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
मिथिला राज्य बनाम राजनीतिक दल।
मिथिला राज्य बनाम राजनीतिक दल।
Acharya Rama Nand Mandal
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
Shashi kala vyas
जरूरत तेरी अब वैसी नहीं
जरूरत तेरी अब वैसी नहीं
gurudeenverma198
"ऐतबार"
Dr. Kishan tandon kranti
युद्ध का रास्ता
युद्ध का रास्ता
Arun Prasad
मुक्तक
मुक्तक
नूरफातिमा खातून नूरी
शबरी के राम
शबरी के राम
Indu Singh
Interest
Interest
Bidyadhar Mantry
परछाई
परछाई
Dr Mukesh 'Aseemit'
बहुत खुश हुआ कुछ दिनों के बाद
बहुत खुश हुआ कुछ दिनों के बाद
Rituraj shivem verma
Crush
Crush
Vedha Singh
डमरू वर्ण पिरामिड
डमरू वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
कल का सूरज
कल का सूरज
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
ग़लती करना प्रकृति हमारी
ग़लती करना प्रकृति हमारी
महेश चन्द्र त्रिपाठी
Loading...