भिंडी ने रपट लिखाई (बाल कविता )
भिंडी ने रपट लिखाई (बाल कविता )
**********************************
एक बार भिंडी ने
थाने जाकर रपट लिखाई ,
“मोटा आलू मुझे छेड़ता
उसकी करो ठुकाई “।।
आलू बोला “यह झूठी है
मेरी मटर सहेली,
या मैं रहा अकेला
या गोभी मेरे सॅंग खेली”।।
थानेदार समझकर सारी बात
खूब गरमाया,
बोला “भिंडी ! क्यों झूठा
तुम ने आरोप लगाया ।।
होता है अपराध
झूठ कोई आरोप लगाना,
गलती की फिर अगर
जेल में होगा तुमको जाना।।
*******************************
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451