” भाषाक प्रयोग हमर कलम सं “
डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
==================
हम मुख्यतःअपन विचार मात्र तीन भाषा मे कहैत छी !…….. विश्वस्तरीय विषयक मंथन अंग्रेजी भाषाक माध्यमे करबाक प्रयास रहैत अछि !….. निकलि पडैत छी संसारक व्यथा आ उपलब्धि जानय लेल ! नीक आ अधलाह सबहक आंकलन करैत अपन प्रसंशा अथवा आलोचना लिखवा सं कथमपि परहेज नहि कयलहूँ !
अंग्रेजी भाषा के सम्पूर्ण विश्व अवलोकन आ मनन करैत अछि !….. आब देशस्तरीय मे हिंदी कें प्रधानता अनिवार्य छैक ! …..ताहि संगे अंग्रेजी व्यंजन सबकें स्वादिष्ट लगैत छनि !
हम शिष्टाचारक परिधि मे नचैत किछु न किछु लिखैत रहैत छी ! मैथिली भाषा मे अपन उदगार ,विचार आ प्रतिक्रिया संतुलित रूपेण लिखैत छी ! एकटा गप्प त अवश्य कहब विश्वक समस्त भाषा कें आदर आ सम्मान देब हमर कर्त्तव्य अछि !
=========================
डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
साउंड हेल्थ क्लिनिक
डॉक्टर’स लेन
दुमका
झारखण्ड