भावात्मक
तुम मुझे अपने हर दर्द का हमदर्द बना लो
दिल में नहीं तो ख्यालों में ही बैठा लो ।
सपनों में नहीं तो अपने इन आंखों में सजा लो ,
मुझे अपना एक सच्चा अहसास ही बना लो ।।
तुम मुझे कुछ इस तरह से अपना लो कि
मुझे तुम अपने दिल की धड़कन ही बना लो ।
मुझे सारी दुनिया से ऐसे छुपा लो कि
मुझे तुम अपना एक गहरा राज ही बना लो ।।
तुम मुझसे मोहब्बत इतनी करो की
मुझे अपनी हर एक चाहत का अंजाम ही बना लो ।
मुझे अपनी जुल्फों मे इस तरह ढक लो की
मुझे तुम अपना संसार ही बना लो ।।
आप फूल बन जाओ और मुझे भंवरा ही बना लो
आप चांदनी बन जाओ और मुझे चाँद ही बना लो ।
अपना हाथ मेरे इन हाथों में इस तरह रख दो कि
मुझे तुम अपने जीवन का हमसफर ही बना लो ।।