भारत मेरौ महान : एक मीठी कविता
देखौ भारत की उजियारी रे भारत मेरौ महान,
देखौ भारत की उजियारी रे भारत मेरौ महान,
सारी यहाँ बीमारी रे पर भारत मेरौ महान,
रोटी है फिर भी सब भूखे, पानी है सब प्यासे,
वेज-नॉनवेज के चक्कर में ,होते रोज तमाशे,
यहाँ तमाशों की भरमारी रे भारत मेरौ महान।
नेतागीरी करते करते पैर यहाँ घिस जाते,
नेतागीरी करते करते पैर यहाँ घिस जाते,
बाबागिरी करके योगी, सीएम साहब कहलाते,
लगी बाबाओं को बीमारी रे भारत मेरौ महान ।
मुलायम सिंह ने एक ही साइकिल पर पूरा परिवार बिठाया,
साइकिल ओवरलोड हो गयी , जमीन में उसको धसाया,
अब उतरने की आई बारी रे भारत मेरौ महान।
हाथी को फिर लेकर बुआ मैदान में लड़ने आयीं,
जनता ने जब पूँछ खींच दी, ईवीएम पर फिर झल्लायीं,
सुप्रीम कोर्ट तक दौड़ लगायी रे भारत मेरौ महान।
मध्यप्रदेश में तो शिव के राज में खेल हुआ निराला,
जब ईवीएम को सही कहते तो अफसर ने कैसे किया घोटाला,
क्यूँ अफसर की शामत आई रे भारत मेरौ महान ।
राजीव शर्मा ने फ्री फंड इतनी बढ़िया कविता पढाई,
क्यूँ न लाइक देओ दबाओ रे भारत मेरौ महान,
एक शेयर भी हो जाये रे भारत मेरौ महान।
RAJEEV SHARMA
7505181121