भारत, मेरा भारत।
भारत, मेरा भारत, मेरा प्यारा भारत है,
बचपन से बचपन से बचपन से चाहत है।
मेरी मातृभूमि मेरी जन्मभूमि मेरी कर्मभूमि है,
मिट्टी इसकी माथे लगा होठों से चूमी है।
सेवा इसकी सेवा इसकी सेवा राहत है__
संस्कार यहाँ के ऋषि मुनियों की वाणी भी,
आजादी के वीर शहीदों की अमिट कहानी भी
अमानत है अमानत है जिंदगी भर की अमानत है_____
यहां के तीज त्योहारों रिवाजों की बात निराली है,
हर दिन यहाँ होली हर रात दिवाली है,
भाईचारा भाईचारा भाईचारा जग जानत है__
अशोक छाबडा
11092017