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27 Feb 2022 · 1 min read

भारत मां की मोहब्बत का कर्ज

जब तुम प्यार इश्क और मोहब्बत की
गुमनाम गलियों में खोये थे ……………
वहां सरहद की बर्फ पर कोई वीर अपना वादा निभा रहा था
शायद वो भारत मां की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा था ।

– कृष्ण सिंह

मेरे बारे में….
मेरा नाम “कृष्ण सिंह” है । मैं सरकारी जॉब में हूँ । हरियाणा के रेवाड़ी जिले के छोटे से गांव में रहता हूँ । कविता अपने लिये लिखता हूं, लेकिन औरों से बाटने में आनन्द की अनुभूति होती है । प्रथम कविता 02 फरवरी 2022 में अमर उजाला अखबार के “मेरे अल्फ़ाज़” ब्लॉग में “कुछ कहने का दिल है आज बहुत दिनों के बाद” शीर्षक से प्रकाशित हुई है। तभी से लिखने की एक नई दिशा मिली हैं । आपके अमुल्य प्रतिकिया के सदैव इन्तजार में… कृष्ण सिंह’…. आप मुझसे बात यहाँ कर सकते …. आप चाहे तो अपना नाम और e-mail id भी दे सकते है ।

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 370 Views
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