भारत माँ के वीर सपूत
शत्रु-दल पर टूट पड़ेंगे,
पर्वत-पर्वत विजय करेंगे।
बाधाएँ हँस पार करेंगे,
तान के सीना डटे रहेंगे।।
सौगंध हमें है माटी की,
दुश्मन को धूल चटायेंगे।
भारत माँ के वीर सपूत,
हम वन्देमातरम गायेंगे।।
रचनाकार :- कंचन खन्ना,
मुरादाबाद, (उ०प्र०, भारत)।
सर्वाधिकार, सुरक्षित (रचनाकार)।
दिनांक :- २२/०२/२०२२.