भारत माँ का गान चाहिए
गीतिका
मुझे न अपना मान चाहिए
भारत माँ का गान चाहिए
अस्ताचलगामी न बनें बस
उदयाचल का ध्यान चाहिए
कभी न जो खटके आँखों को
वैसा ही परिधान चाहिए
भेद भाव से रहित बड़ों का
होना ही सम्मान चाहिए
कौव्वा-कोयल बक-मराल की
अलग अलग पहचान चाहिए
मानवता का पथ प्रसस्त हो
इतना ही अभियान चाहिए
मर्यादित हो अपना जीवन
सदा यही अवधान चाहिए
प्राण समर्पित करें राष्ट्र हित
कविकुल का अह्वान चाहिए
मधुसूदन आदर्श हमारा
रखना इतना ज्ञान चाहिए
?मधुसूदन दीक्षित?